धार्मिक

गरुण पुराण के अनुसार इन लोगों से नम्रता पूर्वक व्यवहार नहीं करना चाहिए, वरना जीवन में होता है नुकसान

गरुण पुराण हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पुराण माना जाता है। इसमें कई ऐसी कहानियाँ और बातें बताई गयी हैं, जो इंसान के जीवन के लिए बेहतर हैं। इनका पालन करने वाला व्यक्ति जीवन में किसी भी परेशानी से मुक्त रहता है। गरुण पुराण में स्वर्ग-नर्क, पाप-पुण्य के अलावा भी बहुत कुछ बताया गया है। गरुण पुराण में ज्ञान, विज्ञान, नीति, नियम और धर्म की कई महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताया गया है।

जीवन और मौत का रहस्य छिपा है गरुण पुराण में:

गरुण पुराण में जहाँ एक तरह मौत के बारे में बताया गया है, वही दूसरी तरफ जीवन का रहस्य भी इसी में छिपा हुआ है। गरुण पुराण में कुछ ऐसे लोगों के बारे में भी बताया गया है, जिनसे ज्यादा नम्रतापूर्वक बात नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने पर वह आपकी बात ही नहीं सुनेंगे और आपको जीवन में नुकसान उठाना पड़ता है। आजिये जानते हैं कौन हैं वे लोग।

इन लोगों ने नहीं करना चाहिए नम्रता पूर्वक व्यवहार:

*- बुरे व्यवहार वाले व्यक्ति के साथ:

जब आप किसी बुरे व्यक्ति के साथ नम्रतापूर्वक व्यवहार करते हैं तो वह इसके बदले आपसे अच्छा व्यवहार नहीं करेगा। वह आपकी नम्रता को आपकी कमजोरी समझेगा और आपसे बुरा व्यवहार करने की कोशिश करेगा। जब आप ऐसे लोगों के साथ कठोर व्यवहार करते हैं तब इनको समझ में आता है और यह अच्छा व्यवहार करते हैं।

*- शिल्पकारों के साथ:

गरुण पुराण के अनुसार शिल्पकार या कलाकार से भी नम्रतापूर्वक व्यवहार नहीं करना चाहिए। हालांकि यह केवल उन शिल्पकारों के लिए कहा गया है जो अलसी होते हैं और अपना काम ठीक से नहीं करते हैं। अगर ऐसे लोगों से आप नम्र व्यवहार करेंगे तो ये और अलसी हो जायेंगे और अपना काम कभी भी ठीक से नहीं करेंगे। ऐसे लोगों से काम करवाने के लिए कठोर व्यवहार करना ही पड़ता है।

*- नौकर से साथ:

जब आप अपने नौकर के साथ नम्रतापूर्वक व्यवहार करने लगते हैं तो वह आपकी बात सुनना कम कर देता है। वह खुद को आपका मित्र समझने लगता है और कई जगहों पर वह आपका अपमान करने से भी नहीं चूकता है। ऐसा ना हो इसके लिए पहले से ही नौकर के साथ कठोर व्यवहार करें।

*- ढोलक के साथ:

जब आप ढोलक के साथ नम्रतापूर्वक व्यवहार करके उसे धीरे-धीरे बजाने का प्रयास करते हैं तो उसकी आवाज अच्छी नहीं आती है। जब आप अच्छी आवाज चाहते हैं तो आपको ढोलक को जोर-जोर से बजाना ही होगा। इसलिए ढोलक के साथ कठोर व्यवहार की जरुरत पड़ती ही है।

*- दुष्ट स्त्रियों के साथ:

स्त्रियों की इज्जत करना अच्छी बात है लेकिन दुष्ट स्त्रियों के साथ कभी-कभी कठोर व्यवहार की आवश्यकता पड़ती है। उसके साथ नम्रतापूर्वक व्यवहार करना मुर्खता होगी। वह अपने स्वभाव इस वजह से आपको नुकसान पहुँचाने की पूरी कोशिश करती है।

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