इस दैवीय और चमत्कारी सरोवर की खूबियाँ डाल देगी आपको अचरज में, भर जाती है महिला की सुनी गोद
भारत में कई ऐसी चमत्कारी और दैवीय जगहें हैं, जो लोगों को हैरान कर देती हैं। उन जगहों पर होने वाले चमत्कार विज्ञान को भी अचरज में डाल देते हैं। अगर आज के इस आधुनिक युग में आपसे कहा जाये कि एक ऐसा सरोवर है जो किसी निःसंतान माँ की सुनी गोद भर देता है तो शायद आप यकीन नहीं करेंगे। भले ही यह आपको विज्ञान की दृष्टि से पागलपन लगता हो, लेकिन आस्था के जगत में ऐसा होता है।
हिमरी गंगा के पानी का है विशेष महत्व:
ऐसी ही एक चमत्कारी जगह है मंडी जिले के पधर उपमंडल में स्थित हिमरी गंगा। यहाँ घोघरधार के गर्भ से एक विशाल जलधारा निकलती है, जिसे हिमरी गंगा के नाम से जाना जाता है। इस जगह का ऐतिहासिक महत्व भी है। यह जगह हुरंग नारायण के साथ जुडी हुई है। हिमरी गंगा के पानी का विशेष महत्व है। इस पानी का महत्व भादो महीने की 20 तारीख को और भी बढ़ जाता है।
पानी में नहाने से हो जाता है चर्मरोग दूर:
ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति चर्मरोग से पीड़ित हो, इस पानी से नहाने पर उसे चर्मरोग से मुक्ति मिल जाती है। लेकिन इससे भी बड़ा चमत्कार यह है कि हिमरी गंगा के पानी से बना हुआ एक छोटा सरोवर निःसंतान महिलाओं की गोद भर देता है। इस जगह पर भादो महीने में निःसंतान दम्पति भारी संख्या में पहुँचते हैं। पहले लोग स्नान करते हैं फिर निःसंतान महिलाएँ इस सरोवर के पास जाती हैंलोग इस सरोवर की श्रद्धापूर्वक पूजा भी करते हैं।
यहाँ आने वाले लोगों की होती है हर इच्छा पूरी:
महिलाएँ इस सरोवर में फल, फूल और अखरोट फेंकती हैं। उसके बाद अपने दुपट्टे को सरोवर में फैलाकर फेंकी गयी चीजों के आने का इंतज़ार करती हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर फेंकी गयी चीज में से कुछ भी दुपट्टे में आ जाता है तो संतान का होना तय है। अगर कुछ नहीं आया तो महिला के हाथ निराशा लगती है। लेकिन ऐसा बहुत कम ही होता है कि यहाँ आने के बाद भी दंपत्ति को निराश होकर लौटना पड़े। यह स्थान इतना प्रसिद्ध हो चुका है कि हर साल यहाँ हजारों की संख्या में लोग पहुँचते हैं। यहाँ हर साल मेले का भी आयोजन किया जाता है।