कोरोना मरीज़ों को कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से ले जाया गया, वायरल हो रहा है वीडियो
कोरोना महामारी का कहर लगातार आम जनता के लिए श्राप बनता जा रहा है। कोरोना से ना सिर्फ आम जनता से उनके रोजगार का साधन छीन लिया बल्कि उन्हें खाने के लिए भटकने पर भी मजबूर कर दिया है। दरअसल, Covid-19 संक्रमित मरीजों को कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से अस्पताल लेकर जाने वाला एक वीडियो सामने आया था। इस वीडियो में साफ नजर आ रहा था कि कैसे तीन लाचार कोरोना मरीजों को कूड़ा उठाने वाले एक ऑटो गाड़ी में डालकर अस्पताल लेकर जाया जा रहा है।
Appalling! Three #Covid_19 patients in BC Colony, Jarjapupeta in Vizianagaram Dist were seen taken to the hospital in a ‘Garbage vehicle’. Don’t know about #Coronavirus, but the helpless patients might contract other dangerous diseases. Why are they not being treated like humans? pic.twitter.com/FJ1sAfswGc
— N Chandrababu Naidu #StayHomeSaveLives (@ncbn) August 2, 2020
तामिलनाडु के पूर्व CM ने उठाए सवाल-
आप देख सकते हैं कि वीडियो में नजर आ रहे ऑटोगाड़ी के ड्राइवर ने पीपीई किट पहनी हुई है। मरीजों में 2 महिलाएं और एक पुरुष नजर आ रहे हैं। जानकारी के लिए बता दें कि यह वीडियो तमिलनाडु से सामने आ रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिस पर लोगों अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस वीडियो को देखते हुए राज्य के पूर्व सीएम द्वारा एक वीडियो शेयर कर ट्वीट किया गया है। उन्होंने ट्विटर पर अपनी बात लिखते हुए कहा- ‘भयानक! Vizianagaram जिले के जर्जापुपेटा इलाके के बीसी कॉलोनी से तीन Covid-19 मरीज कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से अस्पताल ले जाते हुए नजर आए। कोरोना वायरस के बारे में नहीं जानते हैं लेकिन यह लाचार मरीज हो सकता है कि दूसरे अन्य खतरनाक बीमारियों से ग्रसित हो जाए। इनके साथ मानवीय सलूक क्यों नहीं किया जा रहा है?
वायरल हुआ वीडियो-
तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो को देखकरजिले के मेडिकल और हेल्थ ऑफिसर डॉक्टर रमन्ना कुमारी ने कहा कि इस मामले में जांच के आदेश दिए जाएंगे। उन्होंने खास बातचीत करते हुए यह भी कहा कि ‘शुरुआती जांच के आधार पर यह जानकारी सामने आई है कि यह घटना शुक्रवार की है।’
इसी बीच नेल्लीमारला नगर पंचायत के कमिश्नर जेआर अप्पाला नायडू द्वारा एक बयान जारी किया गया है। इस बयान को जारी कर उन्होंने कहा कि ‘जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद मैं इस मामले की जांच कर रहा हूं। मुझे पता चला है कि कूड़ा उठाने वाले ट्रक का इस्तेमाल Sodium Hypochlorite, ब्लीचिंग पाउडर और 20 किलो नमक भी लाया गया है जिसका इस्तेमाल कोरोना से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार में किया जाना था। उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच कर रहे हैं।’ लेकिन कोरोना महामारी के कारण गरीब और लाचार लोगों के साथ जो हो रहा है वो बहुत बड़ी चिंता का कारण है। जब तक कोरोना वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक क्या आम जनता को गरीबी और इस तरह की लाचारी को सहन करना पड़ेगा। ये इंसान और इंसानियत के लिए बहुत बुरा है।
कोरोना के मामले-
अगर भारत में कोरोना के मामलों की बात करें तो अभी तक कोरोना मरीज़ों का आकंड़ा 22 लाख तक पहुंच चुका है। हालांकि रिकवरी रेट भी बढ़ा है और 15 लाख के करीब लोग ठीक भी हो चुके हैं।
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