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इन महिलाओं की बहादुरी को सलाम, डूब रहे लड़कों को बचाने के लिए उतार दी साड़ी, रस्सी बनाकर बचाई जान

आजकल के समय में भी लोगों के अंदर मानवता कूट-कूट कर भरी है। आप लोगों ने ऐसी बहुत सी खबरें सुनी होंगी, जिसमें कोई ना कोई व्यक्ति जरूरतमंद लोगों की सहायता करता है। अगर कोई व्यक्ति मुसीबत में होता है तो उसकी मदद के लिए लोग सामने जरूर आते हैं। अक्सर इस तरह की बातें सुनकर सीना गर्व से ऊंचा हो जाता है। आज हम आपको तमिलनाडु की रहने वालीं ऐसी तीन महिलाओं की बहादुरी के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसको जानने के बाद आप भी इन महिलाओं की तारीफ करेंगे। सोशल मीडिया पर इन महिलाओं की जमकर तारीफ हो रही है। दरअसल, नदी में लड़के नहाने गए थे। उसी दौरान यह नदी में डूब रहे थे। तब इन महिलाओं ने इनकी मदद के लिए अपनी साड़ी उतार दी थी।

क्रिकेट खेलने के बाद नहाने के लिए चले गए थे लड़के

खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि तमिलनाडु के कोट्टराई गांव में कुछ लड़के क्रिकेट खेल रहे थे। क्रिकेट खेलते-खेलते यह लड़के नहाने के लिए कोट्टराई डैम में चले गए थे। काफी दिनों से बहुत तेज बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से यह डैम पानी से पूरा भरा हुआ था। डैम के पास ही 3 महिलाएं अपने कपड़े धो रहीं थीं। जब उन महिलाओं ने लड़कों को डैम में उतरते हुए देखा तो इनको मना करने लगीं थीं, लेकिन उन लड़कों ने महिलाओं की एक बात भी नहीं सुनी और सीधा पानी में छलांग लगा दी थी।

महिलाओं ने अपनी साड़ी उतार कर रस्सी बनाई और मदद के लिए फेंक दिया पानी में

रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि महिलाओं के मना करने के बावजूद भी लड़के पानी में नहाने के लिए उतर गए थे। पानी काफी गहरा था, इसके बावजूद भी लड़के नहीं माने थे। डैम में चार लड़के फिसल कर गिर गए थे। तब महिलाओं ने उनको देखकर तुरंत अपनी साड़ी उतार दी और अपनी साड़ी की रस्सी बनाकर मदद के लिए पानी में फेंक दिया। महिलाओं ने 4 लड़कों में से 2 लड़कों की जान बचा ली लेकिन अफसोस की बात यह है कि बाकी दो लड़कों को वह नहीं बचा पाईं थीं। आपको बता दें कि महिलाओं का नाम सेंतामिझ सेल्‍वी, मुथामाल और अनंतावली है। इन्होंने नदी में डूब रहे बच्चों को बचाया। खबरों के अनुसार यह घटना 6 अगस्त की बताई जा रही है।

सोशल मीडिया पर महिलाओं की जमकर हो रही है तारीफ

जैसे ही इस घटना की खबर सोशल मीडिया पर पहुंची तो लोग इन बहादुर महिलाओं की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं। इन महिलाओं ने सारे लड़कों की जान बचाने के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश की थी। यहां तक कि अपनी साड़ी उतार कर उन लड़कों को बचाने के लिए रस्सी बनाई और मदद के लिए पानी में फेंका। जिनमें से 2 लड़कों को यह बचाने में सफल हो गईं थीं, लेकिन दो बच्चे नहीं बच पाए। सोशल मीडिया पर इन महिलाओं को लोग फरिश्ता कह रहे हैं तो कोई इनको फाइटर बता रहा है। स्थानीय प्रशासन ने भी इन महिलाओं की बहादुरी की प्रशंसा की है। इन महिलाओं की बहादुरी को हम सलाम करते हैं।

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