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शादी के लिए रोज प्रेशर डालते थे घरवालें, लड़की उतरी बगावत पर, PCS अफसर बन सबकी बोलती की बंद

हमारे देश में आज भी कई ऐसे परिवार हैं जहां लड़कियों की पढ़ाई लिखाई पर कोई खास ध्यान नहीं दिया जाता है। जैसे ही लड़की जवानी की दहलीज पर कदम रखती है तो उसके हाथ पीले कर दिए जाते हैं। बेटों को जिस तरह से जॉब करने और करियर बनाने के लिए घर से सपोर्ट मिलता है, वैसा बेटियों को नहीं मिल पाता है। ऐसा ही कुछ हाल मेरठ की रहने वाली संजू नाम की लड़की का था।

परिवार ने बनाया शादी का दबाव

संजू ने 2004 में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था। इसके बाद घर वाले उसके ऊपर शादी का दबाव बनाने लगे। हालांकि संजू को शादी नहीं करनी थी। वो पढ़ाई लिखाई कर अपना करियर बनाना चाहती थी। इस चक्कर में उन्होंने घर वालों से बगावत कर ली। यहां तक की घर छोड़ने का फैसला तक ले लिया।

नहीं मानी हार, बन गई पीसीएस अफसर

संजू अपने परिवार की शादी की जिद के आगे नहीं झुकी। वह सिविल सर्विसेज की तैयारी करने लगी। सात सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिर सफलता उनकी झोली में गिरी। वह पीसीएस परीक्षा में पास हो गई। संजू के लिए यह सब इतना आसान भी नहीं था। परिवार का सपोर्ट न मिलने के कारण उन्हें अपना खर्चा निकालने के लिए प्राइवेट जॉब करनी पड़ी। इसके अलावा वे बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाती थी। इन सबके बीच उन्होंने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी।

कलेक्टर बनना है सपना

संजू ने पीसीएस अफसर बन सबकी बोलती बंद कर दी। जो लोग उन्हें ताने मार कहते थे कि शादी कर ले, बच्चे पैदा कर ले, उम्र निकली जा रही है, पढ़ाई लिखाई में कुछ नहीं रखा.. उन सभी की अब बोलती बंद हो गई है। हालांकि संजू यहीं नहीं रुकने वाली हैं। अब वे आईएएस की तैयारी कर रही हैं। उनका सपना हैं कि वे एक दिन मेरठ की ही कलेक्टर बनें।

संजू की यह कहानी कई लड़कियों के लिए प्रेरणादायक है। यदि आप एक बार जीवन में कुछ करने की ठान लें तो फिर सफलता आपके कदम जरूर चूमती है। परिवार के लोगों को भी यह बात समझने की जरूरत है कि आज के जमाने में हर लड़की का अपने पैरों पर खड़े होना बेहद जरूरी है। भविष्य में कब किसे क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसलिए यदि लड़की खुद कमाने लगेगी तो उसे पैसों के लिए किसी के सामने अपने हाथ नहीं फैलाने पड़ेंगे।

वैसे संजू की कहानी आप सभी को कैसी लगी?

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