रविवार को किये गए इन उपायों से प्रसन्न होते हैं सूर्यदेव और देते हैं महालाभ!
व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वह चाहता है कि उसके जीवन में कोई समस्या ना आये और इसके लिए वह प्रयास भी करता है, लेकिन परेशानियाँ तो बिना बताएँ ही आ जाती हैं। कुछ परेशानियों का समाधान डॉक्टर नहीं कर पाता है। जन्मकुंडली का अध्ययन करने पर इन सब बातों की असली वजह के बारे में समझा जा सकता है। कई ऐसे कष्ट जीवन में आते हैं जो कुंडली में सूर्य के ख़राब होने की वजह से होते हैं। उन्हें कैसे ठीक करें इसके लिए कुछ उपाय बताये गए हैं।
सूर्य शांति के लिए अपनाएँ ये उपाय:
*- जीवन की सभी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए 5, 11 या 43 रविवार को व्रत रखें।
*- रविवार के दिन हरिवंश पुराण की कथा पढ़े या सुनें। मीठी चीज डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
*- सोने, तांबे और गुड़ का दान रविवार के दिन शुभ माना जाता है।
*- अपना चाल-चलन ठीक रखना चाहिए।
*- लाल माणिक्य धारण करें, अगर यह संभव ना हो तो रातडी या तांबा भी धारण कर सकते हैं।
*- बहते हुए जल में गुड़ बहायें।
*- घर का मुख्य द्वार पूर्व की तरफ होना चाहिए।
*- इस दिन बन्दर को गुड़ और चना खाने के लिए दें या कोई बन्दर पाल लें।
*- सूर्यास्त होने से पहले भूरी चीटियों को चीनी खिलाएँ।
*- ऊँचे पद पर बैठे राजकर्मियों की सेवा करें।
*- घर में जो भी चारपाई हो उसके पाए में तांबे की किल ठोक दें।
*- सूर्य उच्च हो तो सूर्य की चीजों का दान ना करें और सूर्य निचा हो तो सूर्य की चीजों का दान ना लें।
*- रविवार के दिन दोपहर में दही भार का सेवन करें।
*- रविवार के दिन सूर्य के मन्त्रों का जाप किसी सिद्ध ब्राहमण के करवायें।
*- कमल के लाल फूलों को 11 या 21 रविवार तक भगवान गणपति को चढ़ाएँ।
*- सूर्य यदि पाप ग्रहों विशेष रूप से शनि या राहू के साथ हो तो रुद्राभिषेक करें या ब्राह्मणों से करवायें।
*- संक्रांति के दिन तुला का दान करने से भी सूर्य शांति मिलती है।
*- सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए सूर्योदय के समय जब सूर्य आधा ही निकला हुआ हो उस समय लाल फूल डालकर हर रोज अर्घ्य दें।